रामायणम् — 6.94.2
Original
Segmented
कृष्ण-वाजि-समायुक्तम् युक्तम् रौद्रेण वर्चसा तडित्-पताका-गहनम् दर्शित-इन्द्रायुध-आयुधम् शर-धाराः विमुञ्चन्तम् धारा-सारम् इव अम्बुदम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृष्ण | कृष्ण | pos=a,comp=y |
वाजि | वाजिन् | pos=n,comp=y |
समायुक्तम् | समायुज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
रौद्रेण | रौद्र | pos=a,g=n,c=3,n=s |
वर्चसा | वर्चस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तडित् | तडित् | pos=n,comp=y |
पताका | पताका | pos=n,comp=y |
गहनम् | गहन | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दर्शित | दर्शय् | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रायुध | इन्द्रायुध | pos=n,comp=y |
आयुधम् | आयुध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शर | शर | pos=n,comp=y |
धाराः | धारा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
विमुञ्चन्तम् | विमुच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
धारा | धारा | pos=n,comp=y |
सारम् | सार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अम्बुदम् | अम्बुद | pos=n,g=m,c=2,n=s |