Original

निपत्योरसि गृध्रास्ते क्षितौ क्षिप्तस्य रावण ।पिबन्तु रुधिरं तर्षाद्बाणशल्यान्तरोथितम् ॥ २१ ॥

Segmented

निपत्य उरसि गृध्राः ते क्षितौ क्षिप्तस्य रावण

Analysis

Word Lemma Parse
निपत्य निपत् pos=vi
उरसि उरस् pos=n,g=n,c=7,n=s
गृध्राः गृध्र pos=n,g=m,c=1,n=p
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
क्षितौ क्षिति pos=n,g=f,c=7,n=s
क्षिप्तस्य क्षिप् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
रावण रावण pos=n,g=m,c=8,n=s