रामायणम् — 6.92.12
Original
Segmented
मया विरहिताम् दीनाम् वर्तमानाम् महा-वने वैदेहीम् प्रसभम् हृत्वा शूरो ऽहम् इति मन्यसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
विरहिताम् | विरहित | pos=a,g=f,c=2,n=s |
दीनाम् | दीन | pos=a,g=f,c=2,n=s |
वर्तमानाम् | वृत् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रसभम् | प्रसभम् | pos=i |
हृत्वा | हृ | pos=vi |
शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |