रामायणम् — 6.9.20
Original
Segmented
प्रसादये त्वाम् बन्धु-त्वात् कुरुष्व वचनम् मम हितम् पथ्यम् तु अहम् ब्रूमि दीयताम् अस्य मैथिली
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रसादये | प्रसादय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
बन्धु | बन्धु | pos=n,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
कुरुष्व | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पथ्यम् | पथ्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ब्रूमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
दीयताम् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मैथिली | मैथिली | pos=n,g=f,c=1,n=s |