रामायणम् — 6.87.3
Original
Segmented
निहतानाम् अमात्यानाम् रुद्धस्य नगरस्य च दुःखम् एषो ऽपनेष्यामि हत्वा तौ राम-लक्ष्मणौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निहतानाम् | निहन् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
अमात्यानाम् | अमात्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
रुद्धस्य | रुध् | pos=va,g=n,c=6,n=s,f=part |
नगरस्य | नगर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एषो | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपनेष्यामि | अपनी | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
हत्वा | हन् | pos=vi |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
राम | राम | pos=n,comp=y |
लक्ष्मणौ | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=d |