रामायणम् — 6.85.28
Original
Segmented
निकृत्त-शिरसः तस्य पतितस्य मही-तले तद् बलम् राक्षस-इन्द्रस्य दृष्ट्वा तत्र न तिष्ठति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निकृत्त | निकृत् | pos=va,comp=y,f=part |
शिरसः | शिरस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पतितस्य | पत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मही | मही | pos=n,comp=y |
तले | तल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
तत्र | तत्र | pos=i |
न | न | pos=i |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |