रामायणम् — 6.84.30
Original
Segmented
विवृत्त-नयनम् क्रोधात् स फेन-रुधिर-आप्लुतम् ददृशुः ते विरूपाक्षम् विरूपाक्षतरम् कृतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विवृत्त | विवृत् | pos=va,comp=y,f=part |
नयनम् | नयन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स | स | pos=i |
फेन | फेन | pos=n,comp=y |
रुधिर | रुधिर | pos=n,comp=y |
आप्लुतम् | आप्लु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ददृशुः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विरूपाक्षम् | विरूपाक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विरूपाक्षतरम् | विरूपाक्षतर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |