रामायणम् — 6.83.4
Original
Segmented
उवाच च समीप-स्थान् राक्षसान् राक्षसेश्वरः भय-अव्यक्त-कथा तत्र निर्दहन्न् इव चक्षुषा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |
समीप | समीप | pos=n,comp=y |
स्थान् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
राक्षसेश्वरः | राक्षसेश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भय | भय | pos=n,comp=y |
अव्यक्त | अव्यक्त | pos=a,comp=y |
कथा | कथा | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
निर्दहन्न् | निर्दह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |