रामायणम् — 6.80.33
Original
Segmented
उद्धृत्य गुण-सम्पन्नम् विमल-अम्बर-वर्चसम् निष्पपात स वेगेन सभायाः सचिवैः वृतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उद्धृत्य | उद्धृ | pos=vi |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
सम्पन्नम् | सम्पद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
विमल | विमल | pos=a,comp=y |
अम्बर | अम्बर | pos=n,comp=y |
वर्चसम् | वर्चस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निष्पपात | निष्पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वेगेन | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सभायाः | सभा | pos=n,g=f,c=5,n=s |
सचिवैः | सचिव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |