Original

त्वया लक्ष्मण नाथेन सीता च पृथिवी च मे ।न दुष्प्रापा हते त्वद्य शक्रजेतरि चाहवे ॥ ९ ॥

Segmented

त्वया लक्ष्मण नाथेन सीता च पृथिवी च मे न दुष्प्रापा हते तु अद्य शक्र-जेतृ च आहवे

Analysis

Word Lemma Parse
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
लक्ष्मण लक्ष्मण pos=n,g=m,c=8,n=s
नाथेन नाथ pos=n,g=m,c=3,n=s
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
पृथिवी पृथिवी pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
pos=i
दुष्प्रापा दुष्प्राप pos=a,g=f,c=1,n=s
हते हन् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
तु तु pos=i
अद्य अद्य pos=i
शक्र शक्र pos=n,comp=y
जेतृ जेतृ pos=a,g=m,c=7,n=s
pos=i
आहवे आहव pos=n,g=m,c=7,n=s