रामायणम् — 6.79.14
Original
Segmented
स तस्य गन्धम् आघ्राय विशल्यः समपद्यत तदा निर्वेदनः च एव संरुह्-व्रणः एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
गन्धम् | गन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आघ्राय | आघ्रा | pos=vi |
विशल्यः | विशल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
समपद्यत | सम्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |
निर्वेदनः | निर्वेदन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
संरुह् | संरुह् | pos=va,comp=y,f=part |
व्रणः | व्रण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |