Original

धर्मात्मा सत्यसंधश्च रामो दाशरथिर्यदि ।पौरुषे चाप्रतिद्वन्द्वस्तदेनं जहि रावणिम् ॥ ३१ ॥

Segmented

धर्म-आत्मा सत्य-संधः च रामो दाशरथिः यदि पौरुषे च अप्रतिद्वन्द्वः तत् एनम् जहि रावणिम्

Analysis

Word Lemma Parse
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
सत्य सत्य pos=a,comp=y
संधः संधा pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
दाशरथिः दाशरथि pos=n,g=m,c=1,n=s
यदि यदि pos=i
पौरुषे पौरुष pos=n,g=n,c=7,n=s
pos=i
अप्रतिद्वन्द्वः अप्रतिद्वन्द्व pos=a,g=m,c=1,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
जहि हा pos=v,p=2,n=s,l=lot
रावणिम् रावणि pos=n,g=m,c=2,n=s