रामायणम् — 6.77.38
Original
Segmented
ततो महा-इन्द्र-प्रतिमः स लक्ष्मणः पदातिनम् तम् निशितैः शर-उत्तमैः सृजन्तम् आदौ निशिताञ् शर-उत्तमान् भृशम् तदा बाण-गणैः न्यवारयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
प्रतिमः | प्रतिम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लक्ष्मणः | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पदातिनम् | पदातिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
शर | शर | pos=n,comp=y |
उत्तमैः | उत्तम | pos=a,g=m,c=3,n=p |
सृजन्तम् | सृज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
आदौ | आदि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निशिताञ् | निशा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
शर | शर | pos=n,comp=y |
उत्तमान् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न्यवारयत् | निवारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |