रामायणम् — 6.77.32
Original
Segmented
विषण्ण-वदनम् दृष्ट्वा राक्षसम् हरि-यूथपाः ततः परम-संहृष्टः लक्ष्मणम् च अभ्यपूजयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विषण्ण | विषद् | pos=va,comp=y,f=part |
वदनम् | वदन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
राक्षसम् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
यूथपाः | यूथप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ततः | ततस् | pos=i |
परम | परम | pos=a,comp=y |
संहृष्टः | संहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अभ्यपूजयन् | अभिपूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |