रामायणम् — 6.76.34
Original
Segmented
अथ समर-परिश्रमम् निहन्तुम् समर-मुखेषु अजितस्य लक्ष्मणस्य प्रिय-हितम् उपपादयत् महा-ओजाः समरम् उपेत्य विभीषणो ऽवतस्थे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
समर | समर | pos=n,comp=y |
परिश्रमम् | परिश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निहन्तुम् | निहन् | pos=vi |
समर | समर | pos=n,comp=y |
मुखेषु | मुख | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अजितस्य | अजित | pos=a,g=m,c=6,n=s |
लक्ष्मणस्य | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
उपपादयत् | उपपादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ओजाः | ओजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समरम् | समर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपेत्य | उपे | pos=vi |
विभीषणो | विभीषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽवतस्थे | अवस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |