रामायणम् — 6.76.15
Original
Segmented
तद् दृष्ट्वा इन्द्रजित् कर्म कृतम् रामानुजः तदा अचिन्तयित्वा प्रहसन् न एतत् किंचिद् इति ब्रुवन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
इन्द्रजित् | इन्द्रजित् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
रामानुजः | रामानुज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
अचिन्तयित्वा | अचिन्तयित्वा | pos=i |
प्रहसन् | प्रहस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
ब्रुवन् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |