रामायणम् — 6.75.33
Original
Segmented
सु सम्प्रहृष्टौ नर-राक्षस-उत्तमौ जय-एषिनः मार्गण-चाप-धारिनः परस्परम् तौ प्रववर्षतुः भृशम् शर-ओघ-वर्षेण बलाहकौ इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सु | सु | pos=i |
सम्प्रहृष्टौ | सम्प्रहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
नर | नर | pos=n,comp=y |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
उत्तमौ | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=d |
जय | जय | pos=n,comp=y |
एषिनः | एषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=d |
मार्गण | मार्गण | pos=n,comp=y |
चाप | चाप | pos=n,comp=y |
धारिनः | धारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=d |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
प्रववर्षतुः | प्रवृष् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
शर | शर | pos=n,comp=y |
ओघ | ओघ | pos=n,comp=y |
वर्षेण | वर्ष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
बलाहकौ | बलाहक | pos=n,g=m,c=1,n=d |
इव | इव | pos=i |