रामायणम् — 6.74.2
Original
Segmented
अविदूरम् ततो गत्वा प्रविश्य च महद् वनम् दर्शयामास तत् कर्म लक्ष्मणाय विभीषणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अविदूरम् | अविदूर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
गत्वा | गम् | pos=vi |
प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
च | च | pos=i |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दर्शयामास | दर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
लक्ष्मणाय | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=4,n=s |
विभीषणः | विभीषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |