रामायणम् — 6.74.13
Original
Segmented
शोच्यः त्वम् असि दुर्बुद्धे निन्द्यः च साधुभिः यः त्वम् स्व-जनम् उत्सृज्य पर-भृत्य-त्वम् आगतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शोच्यः | शुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
दुर्बुद्धे | दुर्बुद्धि | pos=a,g=m,c=8,n=s |
निन्द्यः | निन्द् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
च | च | pos=i |
साधुभिः | साधु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
पर | पर | pos=n,comp=y |
भृत्य | भृत्य | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |