रामायणम् — 6.73.8
Original
Segmented
स सम्प्रहारः तुमुलः संजज्ञे कपि-रक्षसाम् शब्देन महता लङ्काम् नादयन् वै समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सम्प्रहारः | सम्प्रहार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तुमुलः | तुमुल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
संजज्ञे | संजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कपि | कपि | pos=n,comp=y |
रक्षसाम् | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
शब्देन | शब्द | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
लङ्काम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नादयन् | नादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वै | वै | pos=i |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |