Original

जहि वीरदुरात्मानं मायापरमधार्मिकम् ।रावणिं क्रूरकर्माणं सर्वलोकभयावहम् ॥ ४ ॥

Segmented

जहि वीर दुरात्मानम् माया-परम् अधार्मिकम् रावणिम् क्रूर-कर्माणम्

Analysis

Word Lemma Parse
जहि हा pos=v,p=2,n=s,l=lot
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
दुरात्मानम् दुरात्मन् pos=a,g=m,c=2,n=s
माया माया pos=n,comp=y
परम् पर pos=n,g=m,c=2,n=s
अधार्मिकम् अधार्मिक pos=a,g=m,c=2,n=s
रावणिम् रावणि pos=n,g=m,c=2,n=s
क्रूर क्रूर pos=a,comp=y
कर्माणम् कर्मन् pos=n,g=m,c=2,n=s