रामायणम् — 6.73.23
Original
Segmented
अभिजघ्नुः समासाद्य समन्तात् पर्वत-उपमम् तेषाम् अपि च संक्रुद्धः चकार कदनम् महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभिजघ्नुः | अभिहन् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
उपमम् | उपम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
संक्रुद्धः | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कदनम् | कदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |