रामायणम् — 6.71.11
Original
Segmented
याच्यमानः सु बहुशस् मया हित-चिकीर्षुना वैदेहीम् उत्सृजस्व इति न च तत् कृतवान् वचः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
याच्यमानः | याच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सु | सु | pos=i |
बहुशस् | बहुशस् | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हित | हित | pos=n,comp=y |
चिकीर्षुना | चिकीर्षु | pos=a,g=m,c=3,n=s |
वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उत्सृजस्व | उत्सृज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृतवान् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |