रामायणम् — 6.70.31
Original
Segmented
अर्थेभ्यो हि विवृद्धेभ्यः संवृद्धेभ्यः ततस् ततस् क्रियाः सर्वाः प्रवर्तन्ते पर्वतेभ्य इव आपगाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अर्थेभ्यो | अर्थ | pos=n,g=m,c=5,n=p |
हि | हि | pos=i |
विवृद्धेभ्यः | विवृध् | pos=va,g=m,c=5,n=p,f=part |
संवृद्धेभ्यः | संवृध् | pos=va,g=m,c=5,n=p,f=part |
ततस् | ततस् | pos=i |
ततस् | ततस् | pos=i |
क्रियाः | क्रिया | pos=n,g=f,c=1,n=p |
सर्वाः | सर्व | pos=n,g=f,c=1,n=p |
प्रवर्तन्ते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पर्वतेभ्य | पर्वत | pos=n,g=m,c=5,n=p |
इव | इव | pos=i |
आपगाः | आपगा | pos=n,g=f,c=1,n=p |