रामायणम् — 6.70.29
Original
Segmented
अधर्म-संश्रितः धर्मो विनाशयति राघव सर्वम् एतद् यथाकामम् काकुत्स्थ कुरुते नरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अधर्म | अधर्म | pos=n,comp=y |
संश्रितः | संश्रि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनाशयति | विनाशय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यथाकामम् | यथाकाम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
काकुत्स्थ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |