रामायणम् — 6.69.26
Original
Segmented
अथ इन्द्रजित् राक्षस-भूत्यै तु जुहाव हव्यम् विधिना विधान-वत् दृष्ट्वा व्यतिष्ठन्त च राक्षसाः ते महा-समूहेषु नय-अनय-ज्ञाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
इन्द्रजित् | इन्द्रजित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
भूत्यै | भूति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
तु | तु | pos=i |
जुहाव | हु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हव्यम् | हव्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विधिना | विधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विधान | विधान | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
व्यतिष्ठन्त | विष्ठा | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
च | च | pos=i |
राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
समूहेषु | समूह | pos=n,g=m,c=7,n=p |
नय | नय | pos=n,comp=y |
अनय | अनय | pos=n,comp=y |
ज्ञाः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |