रामायणम् — 6.67.34
Original
Segmented
न अस्य वेद गतिम् कश्चिन् न च रूपम् धनुः शरान् न च अन्यत् विदितम् किंचित् सूर्यस्य इव अभ्र-सम्प्लवे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कश्चिन् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शरान् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सूर्यस्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
अभ्र | अभ्र | pos=n,comp=y |
सम्प्लवे | सम्प्लव | pos=n,g=m,c=7,n=s |