रामायणम् — 6.67.24
Original
Segmented
स हि धूम-अन्धकारम् च चक्रे प्रच्छादय्-नभः दिशः च अन्तर्दधे श्रीमान् नीहार-तमसा आवृतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
धूम | धूम | pos=n,comp=y |
अन्धकारम् | अन्धकार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
चक्रे | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रच्छादय् | प्रच्छादय् | pos=va,comp=y,f=part |
नभः | नभस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अन्तर्दधे | अन्तर्धा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नीहार | नीहार | pos=n,comp=y |
तमसा | तमस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
आवृतः | आवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |