रामायणम् — 6.66.30
Original
Segmented
विभ्राम्य च महा-शूलम् प्रज्वलन्तम् निशाचरः स क्रोधात् प्राहिणोत् तस्मै राघवाय महा-आहवे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विभ्राम्य | विभ्रम् | pos=vi |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
शूलम् | शूल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रज्वलन्तम् | प्रज्वल् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
निशाचरः | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्राहिणोत् | प्रहि | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
राघवाय | राघव | pos=n,g=m,c=4,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |