रामायणम् — 6.66.25
Original
Segmented
विद्धम् अन्योन्य-गात्रेषु द्विगुणम् वर्धते बलम् कृत-प्रतिकृ-अन्योन्यम् कुर्वाते तौ रण-अजिरे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विद्धम् | व्यध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अन्योन्य | अन्योन्य | pos=n,comp=y |
गात्रेषु | गात्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
द्विगुणम् | द्विगुण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
वर्धते | वृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
प्रतिकृ | प्रतिकृ | pos=va,comp=y,f=part |
अन्योन्यम् | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुर्वाते | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lat |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
रण | रण | pos=n,comp=y |
अजिरे | अजिर | pos=n,g=n,c=7,n=s |