रामायणम् — 6.66.13
Original
Segmented
दिष्ट्या असि दर्शनम् राम मम त्वम् प्राप्तवान् इह काङ्क्षितो ऽसि क्षुधा-आर्तस्य सिंहस्य इव इतरः मृगः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्राप्तवान् | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इह | इह | pos=i |
काङ्क्षितो | काङ्क्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
क्षुधा | क्षुधा | pos=n,comp=y |
आर्तस्य | आर्त | pos=a,g=m,c=6,n=s |
सिंहस्य | सिंह | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
इतरः | इतर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मृगः | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |