रामायणम् — 6.63.7
Original
Segmented
आकर्ण-कृष्ट-मुक्तेन जघान द्विविदम् तदा तेन हाटक-पुङ्खेन पत्रिणा पत्त्र-वाससा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आकर्ण | आकर्ण | pos=a,comp=y |
कृष्ट | कृष् | pos=va,comp=y,f=part |
मुक्तेन | मुच् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
जघान | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
द्विविदम् | द्विविद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हाटक | हाटक | pos=n,comp=y |
पुङ्खेन | पुङ्ख | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पत्रिणा | पत्त्रिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पत्त्र | पत्त्र | pos=n,comp=y |
वाससा | वासस् | pos=n,g=m,c=3,n=s |