Original

जवेनाप्लुत्य च पुनस्तद्राक्षसबलं महत् ।अभ्ययात्प्रत्यरिबलं पतंग इव पावकम् ॥ ४५ ॥

Segmented

जवेन आप्लुत्य च पुनः तत् राक्षस-बलम् महत् अभ्ययात् प्रत्यरि-बलम् पतंग इव पावकम्

Analysis

Word Lemma Parse
जवेन जव pos=n,g=m,c=3,n=s
आप्लुत्य आप्लु pos=vi
pos=i
पुनः पुनर् pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
राक्षस राक्षस pos=n,comp=y
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
महत् महत् pos=a,g=n,c=2,n=s
अभ्ययात् अभिया pos=v,p=3,n=s,l=lan
प्रत्यरि प्रत्यरि pos=n,comp=y
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
पतंग पतंग pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
पावकम् पावक pos=n,g=m,c=2,n=s