रामायणम् — 6.62.45
Original
Segmented
जवेन आप्लुत्य च पुनः तत् राक्षस-बलम् महत् अभ्ययात् प्रत्यरि-बलम् पतंग इव पावकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जवेन | जव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आप्लुत्य | आप्लु | pos=vi |
च | च | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अभ्ययात् | अभिया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रत्यरि | प्रत्यरि | pos=n,comp=y |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पतंग | पतंग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
पावकम् | पावक | pos=n,g=m,c=2,n=s |