रामायणम् — 6.61.8
Original
Segmented
छिन्न-लाङ्गूल-हस्त-ऊरू-पाद-अङ्गुलि-शिरोधरा स्रवद्भिः क्षतजम् गात्रैः प्रस्रवद्भिः समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
छिन्न | छिद् | pos=va,comp=y,f=part |
लाङ्गूल | लाङ्गूल | pos=n,comp=y |
हस्त | हस्त | pos=n,comp=y |
ऊरू | ऊरु | pos=n,comp=y |
पाद | पाद | pos=n,comp=y |
अङ्गुलि | अङ्गुलि | pos=n,comp=y |
शिरोधरा | शिरोधरा | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स्रवद्भिः | स्रु | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
क्षतजम् | क्षतज | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गात्रैः | गात्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
प्रस्रवद्भिः | प्रस्रु | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |