Original

नानाप्रस्रवणोपेतं बहुकंदरनिर्झरम् ।श्वेताभ्रचयसंकाशैः शिखरैश्चारुदर्शनैः ॥ ५१ ॥

Segmented

नाना प्रस्रवण-उपेतम् बहु-कन्दर-निर्झरम् श्वेत-अभ्र-चय-संकाशैः शिखरैः चारु-दर्शनैः

Analysis

Word Lemma Parse
नाना नाना pos=i
प्रस्रवण प्रस्रवण pos=n,comp=y
उपेतम् उपे pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
बहु बहु pos=a,comp=y
कन्दर कन्दर pos=n,comp=y
निर्झरम् निर्झर pos=n,g=m,c=2,n=s
श्वेत श्वेत pos=a,comp=y
अभ्र अभ्र pos=n,comp=y
चय चय pos=n,comp=y
संकाशैः संकाश pos=n,g=n,c=3,n=p
शिखरैः शिखर pos=n,g=n,c=3,n=p
चारु चारु pos=a,comp=y
दर्शनैः दर्शन pos=n,g=n,c=3,n=p