रामायणम् — 6.61.47
Original
Segmented
स तौ प्रसार्य उरग-भोग-कल्पौ भुजौ भुजङ्ग-अरि-निकाश-वीर्यः जगाम मेरुम् नग-राजम् अग्र्यम् दिशः प्रकर्षन्न् इव वायुसूनुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
प्रसार्य | प्रसारय् | pos=vi |
उरग | उरग | pos=n,comp=y |
भोग | भोग | pos=n,comp=y |
कल्पौ | कल्प | pos=a,g=m,c=2,n=d |
भुजौ | भुज | pos=n,g=m,c=2,n=d |
भुजङ्ग | भुजंग | pos=n,comp=y |
अरि | अरि | pos=n,comp=y |
निकाश | निकाश | pos=n,comp=y |
वीर्यः | वीर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मेरुम् | मेरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नग | नग | pos=n,comp=y |
राजम् | राज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अग्र्यम् | अग्र्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
प्रकर्षन्न् | प्रकृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
वायुसूनुः | वायुसूनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |