रामायणम् — 6.61.42
Original
Segmented
पद्भ्याम् तु शैलम् आपीड्य वडबामुख-वत् मुखम् विवृत्य उग्रम् ननाद उच्चैस् त्रासय् इव राक्षसान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पद्भ्याम् | पद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
तु | तु | pos=i |
शैलम् | शैल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आपीड्य | आपीडय् | pos=vi |
वडबामुख | वडबामुख | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
मुखम् | मुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विवृत्य | विवृ | pos=vi |
उग्रम् | उग्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ननाद | नद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उच्चैस् | उच्चैस् | pos=i |
त्रासय् | त्रासय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |