रामायणम् — 6.60.7
Original
Segmented
अद्य इन्द्र-वैवस्वत-विष्णु-मित्र-साध्य-अश्वि-वैश्वानर-चन्द्र-सूर्याः द्रक्ष्यन्ति मे विक्रमम् अप्रमेयम् विष्णोः इव उग्रम् बलि-यज्ञ-वाटे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
वैवस्वत | वैवस्वत | pos=n,comp=y |
विष्णु | विष्णु | pos=n,comp=y |
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
साध्य | साध्य | pos=n,comp=y |
अश्वि | अश्विन् | pos=n,comp=y |
वैश्वानर | वैश्वानर | pos=n,comp=y |
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
सूर्याः | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
द्रक्ष्यन्ति | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
विक्रमम् | विक्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अप्रमेयम् | अप्रमेय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
विष्णोः | विष्णु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
उग्रम् | उग्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
बलि | बलि | pos=n,comp=y |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
वाटे | वाट | pos=n,g=m,c=7,n=s |