रामायणम् — 6.60.4
Original
Segmented
न तात मोहम् प्रतिगन्तुम् अर्हसि यत्र इन्द्रजित् जीवति राक्षस-इन्द्र न इन्द्र-अरि-बाण-अभिहतः हि कश्चित् प्राणान् समर्थः समरे ऽभिधर्तुम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मोहम् | मोह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतिगन्तुम् | प्रतिगम् | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
यत्र | यत्र | pos=i |
इन्द्रजित् | इन्द्रजित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जीवति | जीव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
अरि | अरि | pos=n,comp=y |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
अभिहतः | अभिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
कश्चित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽभिधर्तुम् | अभिधृ | pos=vi |