रामायणम् — 6.6.10
Original
Segmented
गुण-दोषौ अनिश्चित्य त्यक्त्वा दैव-व्यपाश्रयम् करिष्यामि इति यः कार्यम् उपेक्षेत् स नर-अधमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
दोषौ | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=d |
अनिश्चित्य | अनिश्चित्य | pos=i |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
दैव | दैव | pos=n,comp=y |
व्यपाश्रयम् | व्यपाश्रय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
करिष्यामि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपेक्षेत् | उपेक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
अधमः | अधम | pos=a,g=m,c=1,n=s |