रामायणम् — 6.58.34
Original
Segmented
ततः खड्गम् समुद्यम्य त्रिशिरा राक्षस-उत्तमः निचखान तदा रोषाद् वानर-इन्द्रस्य वक्षसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
खड्गम् | खड्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुद्यम्य | समुद्यम् | pos=vi |
त्रिशिरा | त्रिशिरस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
उत्तमः | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निचखान | निखन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तदा | तदा | pos=i |
रोषाद् | रोष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वक्षसि | वक्षस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |