रामायणम् — 6.58.27
Original
Segmented
ततस् तु नीलः प्रतिलभ्य संज्ञाम् शैलम् समुत्पाट्य स वृक्ष-षण्डम् ततः समुत्पत्य भृश-उग्र-वेगः महोदरम् तेन जघान मूर्ध्नि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
नीलः | नील | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतिलभ्य | प्रतिलभ् | pos=vi |
संज्ञाम् | संज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शैलम् | शैल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुत्पाट्य | समुत्पाटय् | pos=vi |
स | स | pos=i |
वृक्ष | वृक्ष | pos=n,comp=y |
षण्डम् | षण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
समुत्पत्य | समुत्पत् | pos=vi |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
उग्र | उग्र | pos=a,comp=y |
वेगः | वेग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महोदरम् | महोदर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
जघान | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मूर्ध्नि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |