Original

तद्बाणशतनिर्भिन्नं विदारितशिलातलम् ।सविस्फुलिङ्गं सज्वालं निपपात गिरेः शिरः ॥ २१ ॥

Segmented

तद् बाण-शत-निर्भिण्णम् विदारित-शिला-तलम् स विस्फुलिङ्गम् स ज्वालम् निपपात गिरेः शिरः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
बाण बाण pos=n,comp=y
शत शत pos=n,comp=y
निर्भिण्णम् निर्भिद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
विदारित विदारय् pos=va,comp=y,f=part
शिला शिला pos=n,comp=y
तलम् तल pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
विस्फुलिङ्गम् विस्फुलिङ्ग pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
ज्वालम् ज्वाल pos=n,g=n,c=1,n=s
निपपात निपत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
गिरेः गिरि pos=n,g=m,c=6,n=s
शिरः शिरस् pos=n,g=n,c=1,n=s