रामायणम् — 6.57.89
Original
Segmented
अथ अन्तरिक्षे त्रिदश-उत्तमानाम् वनौकसाम् च एव महा-प्रणादः बभूव तस्मिन् निहते अग्र्य-वीरे नरान्तके वालिन्-सुतेन संख्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
अन्तरिक्षे | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=7,n=s |
त्रिदश | त्रिदश | pos=n,comp=y |
उत्तमानाम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=6,n=p |
वनौकसाम् | वनौकस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्रणादः | प्रणाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निहते | निहन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
अग्र्य | अग्र्य | pos=a,comp=y |
वीरे | वीर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
नरान्तके | नरान्तक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वालिन् | वालिन् | pos=n,comp=y |
सुतेन | सुत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |