रामायणम् — 6.57.80
Original
Segmented
तिष्ठ किम् प्राकृतैः एभिः हरिभिः त्वम् करिष्यसि अस्मिन् वज्र-सम-स्पर्शे प्रासम् क्षिप मे उरसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राकृतैः | प्राकृत | pos=a,g=m,c=3,n=p |
एभिः | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हरिभिः | हरि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
करिष्यसि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वज्र | वज्र | pos=n,comp=y |
सम | सम | pos=n,comp=y |
स्पर्शे | स्पर्श | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रासम् | प्रास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षिप | क्षिप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
उरसि | उरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |