Original

स चापमादाय भुजंगकल्पं दृढज्यमुग्रं तपनीयचित्रम् ।हरीन्समाश्वास्य समुत्पपात रामो निबद्धोत्तमतूणबाणः ॥ ९१ ॥

Segmented

स चापम् आदाय भुजङ्ग-कल्पम् दृढ-ज्यम् उग्रम् तपनीय-चित्रम् हरीन् समाश्वास्य समुत्पपात रामो निबद्ध-उत्तम-तूण-बाणः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
चापम् चाप pos=n,g=m,c=2,n=s
आदाय आदा pos=vi
भुजङ्ग भुजंग pos=n,comp=y
कल्पम् कल्प pos=a,g=m,c=2,n=s
दृढ दृढ pos=a,comp=y
ज्यम् ज्या pos=n,g=m,c=2,n=s
उग्रम् उग्र pos=a,g=m,c=2,n=s
तपनीय तपनीय pos=n,comp=y
चित्रम् चित्र pos=a,g=m,c=2,n=s
हरीन् हरि pos=n,g=m,c=2,n=p
समाश्वास्य समाश्वासय् pos=vi
समुत्पपात समुत्पत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
निबद्ध निबन्ध् pos=va,comp=y,f=part
उत्तम उत्तम pos=a,comp=y
तूण तूण pos=n,comp=y
बाणः बाण pos=n,g=m,c=1,n=s