रामायणम् — 6.55.10
Original
Segmented
ततो हरीणाम् तद् अनीकम् उग्रम् दुद्राव शूलम् निशितम् प्रगृह्य तस्थौ ततो अस्य आपत् पुरस्तान् महीधर-अग्रम् हनुमान् प्रगृह्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
हरीणाम् | हरि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनीकम् | अनीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उग्रम् | उग्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
दुद्राव | द्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शूलम् | शूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निशितम् | निशा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
तस्थौ | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आपत् | आपत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
पुरस्तान् | पुरस्तात् | pos=i |
महीधर | महीधर | pos=n,comp=y |
अग्रम् | अग्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हनुमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |