Original

हीनार्थस्तु समृद्धार्थं को रिपुं प्राकृतो यथा ।निश्चितं जीवितत्यागे वशमानेतुमिच्छति ॥ १७ ॥

Segmented

हीन-अर्थः तु समृद्ध-अर्थम् को रिपुम् प्राकृतो यथा निश्चितम् जीवित-त्यागे वशम् आनेतुम् इच्छति

Analysis

Word Lemma Parse
हीन हा pos=va,comp=y,f=part
अर्थः अर्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
समृद्ध समृध् pos=va,comp=y,f=part
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
को pos=n,g=m,c=1,n=s
रिपुम् रिपु pos=n,g=m,c=2,n=s
प्राकृतो प्राकृत pos=a,g=m,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
निश्चितम् निश्चितम् pos=i
जीवित जीवित pos=n,comp=y
त्यागे त्याग pos=n,g=m,c=7,n=s
वशम् वश pos=n,g=m,c=2,n=s
आनेतुम् आनी pos=vi
इच्छति इष् pos=v,p=3,n=s,l=lat