रामायणम् — 6.52.10
Original
Segmented
शत्रौ हि साहसम् यत् स्यात् किम् इव अत्र अपनीयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शत्रौ | शत्रु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
साहसम् | साहस | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
अपनीयते | अपनी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |