Original

गिरिमात्रशरीरस्य शितशूलधरस्य मे ।नर्दतस्तीक्ष्णदंष्ट्रस्य बिभीयाच्च पुरंदरः ॥ ४० ॥

Segmented

गिरि-मात्र-शरीरस्य शित-शूल-धरस्य मे नर्द् तीक्ष्ण-दंष्ट्रस्य बिभीयात् च पुरंदरः

Analysis

Word Lemma Parse
गिरि गिरि pos=n,comp=y
मात्र मात्र pos=n,comp=y
शरीरस्य शरीर pos=n,g=m,c=6,n=s
शित शा pos=va,comp=y,f=part
शूल शूल pos=n,comp=y
धरस्य धर pos=a,g=m,c=6,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
नर्द् नर्द् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
तीक्ष्ण तीक्ष्ण pos=a,comp=y
दंष्ट्रस्य दंष्ट्र pos=n,g=m,c=6,n=s
बिभीयात् भी pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
pos=i
पुरंदरः पुरंदर pos=n,g=m,c=1,n=s